संदीप माहेश्वरी एक भारतीय उद्यमी, मोटिवेशनल स्पीकर, और सोशल अंतरराष्ट्रीय समुदाय के संस्थापक हैं। उन्होंने दुनिया भर में लाखों लोगों को मोटिवेट किया है और अपनी मदद से उन्हें अपने जीवन के मुश्किल समय से गुजरने की ताकत प्रदान की है। संदीप माहेश्वरी ने भारत में शुरू किया एक ऑनलाइन मोटिवेशनल स्पीच का धंधा, जिससे वह अपने संदेश को आम लोगों तक पहुंचा सकते थे। आज उनके बहुत से ऑनलाइन संस्थान हैं, जिनके माध्यम से वह लोगों को अपने संदेश को समझाते हैं।

संदीप माहेश्वरी का जन्म 28 सितंबर 1980 को नई दिल्ली में हुआ था। वह दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में पैदा हुए थे। उनके पिता एक चार्टर्ड अकाउंटेंट थे जबकि उनकी मां एक घरेलू महिला थीं। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा अपने घर के पास के एक सरकारी स्कूल से प्राप्त की थी।

संदीप महेश्वरी एक जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर हैं जो भारत में जन्मे और पले बड़े हुए हैं। वे एक सफल उद्यमी, फिल्म निर्माता और टीवी होस्ट भी हैं। संदीप ने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया है लेकिन उन्होंने उन्हें हर हाल में पार कर दिखाया है। आज कल वे भारत में सबसे जाने माने मोटिवेशनल स्पीकर हैं।

संदीप महेश्वरी ने अपने जीवन के अनुभवों से मोटिवेशनल टॉक्स तक पहुंचा है। उन्होंने एक समय में एक ऑडियो-विजुअल कंपनी चलाई थी, लेकिन उसमें संदीप को सफलता नहीं मिली। उन्होंने अपने बिजनेस को बंद कर दिया और फिर जीवन में आगे बढ़ने का सोचा। उन्होंने खुद को उन लोगों के बीच शामिल किया जो समय से पहले काम करना पसंद करते थे। उन्होंने बहुत सारे लोगों को देखा जो बड़े आकार के सपने देखते थे लेकिन उन्हें पूरा करने का साहस नहीं होता था। यहाँ से संदीप महेश्वरी का सफर शुरू हुआ.

संदीप माहेश्वरी एक प्रेरक, वक्ता, उद्यमी और एक सफल व्यवसायी हैं जो भारत से हैं। वह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के नई दिल्ली में जन्मे थे। उनका जन्म तारीख 28 सितंबर 1980 है। संदीप माहेश्वरी ने अपनी युवा उम्र में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जिससे वह अपनी ज़िन्दगी में सफलता की ओर अधिक उत्साहित हुए।

संदीप माहेश्वरी का बचपन बहुत ही सामान्य था। उनका परिवार मध्यमवर्गीय था। वह अपने माता-पिता की उम्मीदों के अनुसार एक अच्छे शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रयास करते थे। लेकिन एक दिन संदीप के पिता की व्यापार में कुछ नुकसान हुए, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं रही। इस वजह से संदीप की शिक्षा बचाने के लिए उन्हें अपने सपनों और आस्था के लिए लड़ना पड़ा।

उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की लेकिन उन्हें एक अच्छी नौकरी नहीं मिली।

 

संदीप महेश्वरी एक भारतीय व्यापारी, उद्यमी और एक प्रेरक हैं। वे भारत के नई दिल्ली में जन्मे थे। उन्होंने अपनी कंपनी एक्सरज़ गुरु को स्थापित किया जो भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन आत्मविश्वास और मार्केटिंग प्रशिक्षण केंद्रों में से एक है। उन्होंने अपनी यात्रा में कई उछाल-दौल और नीचे गिरावट देखी है और उन्होंने हर बार इससे सीखा है।

संदीप महेश्वरी का बचपन और शिक्षा:

संदीप महेश्वरी का जन्म 28 सितंबर, 1980 को हुआ था। उनके पिता एक दुकानदार थे और उनकी मां एक गृहिणी थी। उनकी पढ़ाई संदीप ने नीलामी में हिस्सा लेकर बंद कर दी थी। उन्होंने कई स्कूल जाएं और एक बार उनके परीक्षा में वे सफल भी नहीं हुए थे।

उन्होंने अपने जीवन में बहुत से कठिनाईयों से गुज़रना पड़ा, लेकिन उन्होंने हमेशा स्वयं को मजबूत रखा है और अपने सपनों को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।

 

संदीप महेश्वरी एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं जो भारत में जन्मे थे। वह अपने व्यक्तिगत अनुभवों और जीवन के उतार-चढ़ावों से उठकर एक मोटिवेशनल स्पीकर बन गए। उनका मुख्य लक्ष्य हमेशा से युवा पीढ़ी को उनके जीवन में सफलता हासिल करने की प्रेरणा देना रहा है।

जन्म और शिक्षा

संदीप महेश्वरी 28 सितंबर, 1980 को नई दिल्ली, भारत में जन्मे थे। उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा नवोदय विद्यालय में पूरी की थी। उन्होंने विश्वविद्यालय से अपनी बी.कॉम की डिग्री प्राप्त की थी।

करियर

संदीप महेश्वरी ने अपनी करियर की शुरुआत फोटोग्राफी के फील्ड में की थी। उन्होंने इसमें काफी माहिरत हासिल की और वह फोटोग्राफी बिजनेस की स्थापना करने के लिए तैयार थे। हालांकि, वह इस क्षेत्र में असफल रहे थे। इसके बाद उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में काम करना शुरू किया जहाँ उन्हें काफी सफलता हासिल हुई।

 

जैसा कि आप सभी जानते हैं, संदीप माहेश्वरी एक जाने-माने स्पीकर, जीवन शैली गुरु और मोटिवेशनल स्पीकर हैं। वह एक स्वस्थ मानसिक दृष्टिकोण और सकारात्मक सोच के मालिक हैं। वह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के नई दिल्ली में जन्मे थे। संदीप ने जीवन के कई क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त की है।

जब संदीप माहेश्वरी ने अपनी पढ़ाई पूरी की, तो उन्हें बड़ी मुश्किल से रोजगार मिला। लेकिन बाद में उन्हें अपने बहुत बड़े पापा का साथ देना पड़ा जो एक कॉन्स्ट्रक्शन कंपनी में काम करते थे। इस बीच संदीप का दिल कुछ और ही चाहता था। उन्होंने नौकरी छोड़ दी और फोटोग्राफी का काम करना शुरू कर दिया। यह उनकी अनजानी प्रेरणा का एक मोमेंट था।

उन्होंने फोटोग्राफी में अपनी शक्तियों को पहचाना था। उन्होंने एक समझदार तरीके से फोटोग्राफी के लिए अध्ययन करना शुरू किया।