गूगल ऐडसेंस एक ऑनलाइन एडवरटाइजिंग प्रोग्राम है जो की वेबसाइट ऑनर्स और कंटेंट क्रिएटर्स को एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन देता है पैसे कमाने का. जो भी ऐड शो होती है रिलेटेड एड्स उसे दिखाकर लोग खूब पैसा कमाते हैं .
जितने ज्यादा वेबसाइट कि एड्स पर क्लिक होंगे उतनी ज्यादा कमाई होगी. आप ज्यादा से ज्यादा ट्रैफिक और विजिटर्स को लाकर अपनी वेबसाइट पर काफी सारा धन कमा सकते हैं. इसकी कोई सीमा भी नहीं है कि आप कितना कमा सकते हैं.
आज की इस गाइड में मैं आपको शुरू से लेकर आखिर तक बताऊंगा हाउ यू कैन स्टार्ट मेकिंग मनी विद ऐडसेंस
अपनी वेबसाइट पर बहुत सारा अच्छा कंटेंट डालें.
कंटेंट कुछ भी हो सकता है जैसे कि लेख निबंध या फिर अच्छा आर्टिकल. पर ध्यान रहे अगर आपका आर्टिकल अच्छा होगा तो ही आपकी वेबसाइट को लोग विजिट करेंगे और पढ़ेंगे.
आपको ज्यादा से ज्यादा बहुत अच्छा कंटेंट आपकी वेबसाइट पर डालना होगा जो की कोई वैल्यू प्रदान करें.
अगर अच्छा कंटेंट नहीं होगा तो नाही आपकी वेबसाइट पर कोई विजिटर आएगा और ना ही उसे कोई पड़ेगा.
अपनी एक ऑनलाइन प्रेजेंस बनाएं
ऐडसेंस से अप्लाई करने से पहले आपको अपनी वेबसाइट एक अच्छा सा डिजाइन बनाना होगा और साथ ही उस पर अच्छा निबंध या लेख या कंटेंट डाले .आपको तैयार रखना होगा.
ऐडसेंस से अप्लाई करने से पहले आप की वेबसाइट पर कुछ अच्छा कंटेंट्स होना चाहिए और साथ ही कुछ ना कुछ ट्रैफिक जरूर होना चाहिए तभी ऐडसेंस आपके ब्लॉग को अप्रूव करेगा एड्स के लिए.
आप अपनी वेबसाइट को ऑर्गेनिक ट्रेफिक पाने के लिए ऑप्टिमाइज करें और साथ ही अपनी सोशल मीडिया रीच को भी बढ़ाएं. अगर आप चाहे तो आप अपनी वेबसाइट की सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन भी कर सकते हैं.
साइन अप फॉर ऐडसेंस
ऐडसेंस के लिए रजिस्ट्री करें


आपकी वेबसाइट तैयार होने के बाद आप ऐडसेंस पर जाकर अपना अकाउंट बना सकते हैं और अप्लाई कर सकते हैं. ध्यान रहे कि जब आप अपनी एप्लीकेशन को रजिस्ट्री करेंगे उसमें सारी निजी जानकारियां सही तरीके से डाले और कोई भी नकली नहीं डालें.
गूगल आपके भरी हुई इंफॉर्मेशन को जाचे का और अगर सही होने पर आपका अकाउंट अप्रूव कर दिया जाएगा. और आप वेबसाइट पर ऐड लगाना चालू कर सकते हैं.
अकाउंट अकाउंट पाने के बाद सही ऐड फॉर्मेट का यूज़ करें.
ऐडसेंस काफी सारे फॉर्मेट प्रदान करता है जो कि एड्स के साइज पर निर्भर होते हैं.
आप चाहे तो टेक्स्ट एड्स लगा सकते हैं या फिर बैनर एड्स भी लगा सकते हैं मर्जी आपकी है.
कई ऐड्स मोबाइल यूजर्स के लिए ऑप्टिमाइज होती है यानी कि जो रीडर आपकी वेबसाइट पर मोबाइल से रीड कर रही हैं उनके लिए ऐड्स बेहतर तरीके से शो होंगी.